गाय का माखन, यशोधा का दुलार ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार सावन की बारिश और भादों की बहार नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार…।।
कृष्ण भगवान पर शायरी
पलके झुका के नमन करे मस्तक झुका के वंदना करे ऐसी नज़र दे दे मेरे कान्हा जो बंद होते ही आपके दीदार करे…।।
कृष्णा की ज्योति से नूर मिलता है सबके दिलों को सुरूर मिलता है जो भी जाता है कान्हा के द्वार कुछ ना कुछ जरुर मिलता है…।।
कृष्ण भक्ति शायरी
श्री कृष्णा गोविंद हारे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव त्रिभुवन के स्वामी सदा ही हम सब पर कृपा बनाए रखना…।।
जिसकी लीला है निराली जिसके नाम से आती खुशहाली उस कृष्ण की दीवानी दुनिया सारी…।।
उसकी लीला की बात निराली जहा नाम हो उसका वहां आती बस खुशहाली मधुबन का है वो कन्हैया ओर गोपिया है जिसकी दीवानी…।।
कृष्ण भगवान की शायरी
माखन चुराकर जिसने खाया बंसी बजाकर जिसने नचाया ख़ुशी मनाओ उनके जन्म दिन की जिन्होंने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया…।।
जो सबको राह दिखाते और सबकी बिगड़ी बनाते हैं हम तो ऐसे कृष्ण-कन्हैया का गुणगान गाते हैं…।।
रूप बड़ा प्यारा है चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत को कन्हैया जी ने पल मे हल कर डाला है…।।
दही की हांड़ी, बारिश की फुहार माखन चुराने आया नन्दलाल…।।
लीला जिसकी अपरम्पार जिसने बनाया यह संसार जिसने गाया गीता सार हम सबको है उससे प्यार…।।
krishna bhagwan ki shayari
श्री कृष्ण के कदम आपके घर आये आप खुशियो के दीप जलाये परेशानी आपसे आँखे चुराए कृष्ण जन्मोत्सव की आपको शुभकामनायें…।।
आओ मिलकर सजाये नन्दलाल को आओ मिलकर करें उनका गुणगान! जो सबको राह दिखाते हैं और सबकी बिगड़ी बनाते हैं…।।
माखन का कटोरा, मिशरी का थाल मिट्टी की खुश्बू, बारिश की फुहार राधा की उम्मीदे, कन्हैया का प्यार मुबारक हो आपको, जन्माष्टमी का त्योहार…।।
श्री कृष्ण शायरी
कन्हैया हमारे दुलारे वही सबसे प्यारे माखन के लिए झगड़ जाए गोपिया देखकर आकर्षित हो जाए लेकिन सबके रखवाले तभी तो सभी के दुलारे…।।
वो मोर मुकुट,वो नन्द लाल वो मुरली मनोहर,वो बंसी वाला वो माखन चोर,वो ब्रज लाला जन्म अष्टमी की हार्दिक बधाई…।।
कृष्ण भगवान की शायरी फोटो
यशोदा का लाल, देते उसको सब दुलार माखन खाने की करता सबसे मनुहार गोपियों संग करता नित-नई लीला अपार कृष्णा जन्माष्टमी लाये आपके जीवन में बहार…।।
कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है वो दुनिया के किसी कोने में नहीं जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं…।।
सोचा किसी अपने से बात करें अपने किसी खास को याद करें किया जो फैसला जन्माष्टमी की शुभकामना देने का दिल ने कहा क्यों न आपसे शुरूआत करें…।।
प्रेम भक्ति शायरी
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है…।।
माखन चोर नन्द किशोर बांधी जिसने प्रीत की डोर हरे कृष्ण हरे मुरारी पूजती जिन्हें दुनिया सारी आओ उनके गुण गाएं सब मिल के जन्माष्टमी मनाये…।।
श्री कृष्णा शायरी
कृष्णा जिनका नाम गोकुल जिनका धाम ऐसे श्रीकृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम…।।
चंदन की ख़ुशबू, रेशम का हार सावन की सुगंध और बारिश की फुहार राधा की उम्मीद और कन्हैया का प्यार मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार…।।
कृष्ण जिनका नाम गोकुल जिनका धाम ऐसे श्री कृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम…।।
मन को भाये कान्हा की मनभावन मूरत हटती नहीं दिल से उसकी प्यारी सूरत यही तो है कान्हा की महिमा और प्यार मुबारक हो आपको कृष्णा जन्माष्टमी का त्योंहार…।।
कृष्ण शायरी
नन्द के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनाएँ…।।
मैया यशोदा का लाल, गोकुल का वो है ग्वाल जिनके जन्म से हुआ गोकुल और बृज निहाल कृष्ण – कन्हैया रखे आपक सबको खुशहाल कृष्ण जन्माष्टमी की सभी की हार्दिक बधाई…।।
गोकुल में जिसने किया निवास उसने गोपियों के संग रचा इतिहास देवकी-यशोदा जिनकी मैया ऐसे है हमारे कृषण कन्हैया…।।
पलके झुका के नमन करे मस्तक झुका के वंदना करे ऐसी नज़र दे दे मेरे कान्हा जो बंद होते ही आपके दीदार करे…।।
श्री कृष्ण शायरी फोटो 2022
जो केवल अपना भला चाहता है,वो दुर्योधन है जो अपनों का भला चाहता है, वो युधिष्ठिर है जो सबका भला चाहते हैं, वो श्री कृष्ण हैं…।।
खुशियाँ आपके जीवन मे ला दे खुशियो से ही आपका जीवन सज़ा दे ना हो कोई दुख दुविधा आपके ज़िंदगी में श्री कृष्णा इतनी आपको खुशियो की वजह दे…।।
हे कान्हा आपके हृदय में मुझे उम्रकैद मिले थक जायें सारे वकील फिर भी जमानत ना मिले…।।
नन्द के घर आनन्द भयो जो नन्द के घर गोपाल गयो जय हो मुरलीधर गोपाल की जय हो कन्हैया लाल की…।।
बंसी वाले की शायरी
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा पूरे खत में सिर्फ कान्हा-कान्हा नाम लिखा…।।
तेरा मेरा रिस्ता इतना खास हो जाये की तू दूर रहके भी मेरे पास हो जाये मन से मन का तार जुड़े कुछ इस तरह की दर्द हमे हो और अहसास तुम हो जाये…।।
मिशरी से मीठे नंद लाल के बोल इनकी बाते है सबसे अनमोल जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर दिल खोल के जय श्री कृष्णा बोल…।।
krishna par shayari
लोगो की रक्षा करने एक उंगली पर पहाड़ उठाया उसी कन्हैया की याद दिलाने जन्माष्टमी का पावन दिन आया…।।
मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया जमुना के तट पे विराजे हैं मोर मुकुट पर कानों में कुंडल कर में मुरलिया साजे हैं…।।
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे मेरी साँसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे लौट आओ मोहने किस बात पे अड़े हो मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो…।।
पलकें झुकें और नमन हो जाये मस्तक झुके और वंदन हो जाये ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कन्हैया कि आपको याद करूँ और आपके दर्शन हो जाये…।।
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो दिल की हर इच्छा पूरी होगी कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी…।।
श्री कृष्णा भगवान की शायरी
प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो, दिल की हर इच्छा पूरी होगी, कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ, उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी…।।
सबको नाच नचाये प्यारे कान्हा का गान दिल को मोहित कर दे मुरली की मीठी तान राधा संग रास रचाए कृष्णा हर रात तभी तो रहती हर होठों पर कृष्णा की बात…।।
कन्हैया हमारे दुलारे वही सबसे प्यारे माखन के लिए झगड़ जाये गोपिया देखकर आकर्षित हो जाये लेकिन सबके रखवाले तभी तो सभी के दुलारे…।।
है दुलारा कन्हैया हमारा है सब से प्यारा कन्हैया हमारा गोपियो भी जिसकी ओर खीची चली जाए है इतना प्यारा कन्हैया हमारा…।।
है दुलारा कन्हैया हमारा है सब से प्यारा कन्हैया हमारा गोपियो भी जिसकी ओर खीची चली जाए है इतना प्यारा कन्हैया हमारा…।।
कृष्ण भगवान पर शायरी
नन्द के लाल, यशोदा के पुत्र कृष्ण जी प्यारे, यशोदा के दुलारे सबके पालनहार, सबके रखवाले…।।
पूरे विश्व में निराला मुरली वाला, ब्रज का गवाला सब कहते नंद का लाला देखो आज आने वाला जय हो नंद लाल की हाथी घोड़ा पालकी…।।
नाम हैं जिनके बड़े निराले माखनचोर, जगत के रखवाले वो हैं कृष्णा बंसी वाले…।।
कान्हा जो तेरे सत्संग का आनंद है वो आनंद ओर कहा जो मिलता है प्रसाद सुख का तेरे दरबार में वेसा सुख ओर कहा…।।
श्री कृष्णा शायरी इन हिंदी
जिसने खाया माखन चुराकर दीवाना बनाया बंसी बजाकर उस कृष्ण को नमन है सर झुकाकर…।।
यशोदा का कृष्णा बड़ा प्यारा राधा का श्याम भी निराला सबके रूप में एक ही मेरा कान्हा जिसका रूप है बड़ा सुहाना…।।
बलराम हैं जिसके भैया जो पार लगाता सबकी नैया बोलो कौन वो है अपना किशन कन्हैया…।।
उसकी लीला की बात निराली जहा नाम हो उसका वहां आती बस खुशहाली मधुबन का है वो कन्हैया और गोपिया है जिसकी दीवानी…।।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे हे नाथ नारायण, वासुदेव त्रिभुवन के स्वामी, सखा हमारे हे नाथ नारायण वासुदेव…।।
जय श्री कृष्णा शायरी हिंदी
बंसी ब्रज की जिसने नचाया खुशी मनाओ उसके जन्म की जिसने दुनिया को प्रेम सिखाया…।।
रूप बड़ा प्यारा है चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत को कन्हैया जी ने पल मे हल कर डाला है…।।
एक राधा एक मीरा दोनो ने श्याम को चाहा अब श्याम पे है सारा भार किस की प्रीत करे स्वीकार…।।
इन्हे भी पढ़ें :