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Beautiful Mausam ( मौसम) SMS in hindi | Sard Mausam Shayari

By Anil Ganvit • Last Updated
Beautiful Mausam ( मौसम) SMS in hindi | Sard Mausam Shayari
• गर्मियों में ठंडी हवा के लिये माँगी हुई दुआ अब सर्दियों में कबूल होते हुए देखकर यकीन हो गया है कि… . . . . . . . ऊपर वाले के घर देर है अंधेर नही।

• क्या किसी के पास उधार स्वरूप् थोड़ी धूप सप्लाई करने की व्य्वस्था है? मई जून तक दोगुने भाव से लौटा दूंगा।

• इस ठण्ड में ग़ालिब का नया शेर: खुद को कर बुलंद इतना कि, हर सुबह घूमने निकले; वहाँ खुदा खुद आकर पूछे, बता तेरी रजाई कहाँ है?

• ना मैं दिल में आता हूँ, ना मैं समझ में आता हूँ, . . . . . . . . . . इतनी सर्दी में मैं कहीं नहीं जाता हूँ।

• कड़ाके की ठण्ड को देखते हुए केन्द्र सरकार का बड़ा फैसला: “नहाये हुए व्यक्ति को छूने वाला व्यक्ति भी नहाया हुआ माना जायेगा।” ~ जनहित में जारी

• दुनिया में हर कोई एक दूसरे सें जल रहा है,  फिर भी कम्बख़्त इतनी ठण्ड क्यों पड़ रही है?

• इस दुनिया में दो ही लोग किस्मत वाले हैं। एक वो जिनका प्यार सच्चा निकलता है और दूसरे वो जिनका। . . . . . . तरबूज़ मीठा और लाल निकलता है। शुभ गर्मी।


• अपना समझो या बेगाना; हमारा आपका रिश्ता है पुराना; इसीलिए फ़र्ज़ था आपको बताना; गर्मियां शुरु हो गई हैं; कृप्या . . . . . . . रोज़ नहाना।

• हम तो निकले थे तलाशे इश्क में; अपनी तनहाईयों से लड़ कर; . . . मगर . . . गर्मी बहुत थी, बियर पी के वापिस आ गए।

• गर्मी आ गई हैं अपना ख्याल रखना। पानी ज्यादा पीना; खाना कम खाना; और सबसे जरूरी बात; सिर को धूप से बचाना; क्योंकि . . . . . भूसे मे आग जल्दी लगती है। शुभ गर्मी।

• गर्मी सांग: सुनो गौर से पेप्सी वालो; बुरी नज़र ना कोक पे डालो; चाहे जितना Dew पिला दो; सबसे आगे होगा नींबू पानी। शुभ गर्मी!

• एक औरत क़ब्र पर बैठी थी। एक राहगीर ने पूछा, “डर नहीं लगता?” औरत: क्यों? इसमें डरने की क्या बात है। अंदर गर्मी लग रही थी तो बाहर आ गई। शुभ गर्मी।

• बहुत अफ़सोस हो रहा है उन बेचारे लड़के-लड़कियों पे जो, . . . . . . . . . कंबल, रज़ाई में छुप कर कॉल और मैसेज किया करते थे। अब करो, हाय रे गर्मी!

• कुछ तकनीकी खराबियों के कारण इस बार सर्दी के बाद गर्मी का मौसम उपलब्ध नहीं हो सकेगा। कृप्या बारिश का मज़ा लें। धन्यवाद!

• आज सुबह गलती से पंखे का बटन क्या दब गया पूरा परिवार यूँ देखने लग गया जैसे मैं कोई आतंकवादी हूँ।

• धूप निकल आई है! जिस-जिस को अपनी चड्डी सुखानी हो वो सुखा ले। बाद में शायरियाँ मत करना।

• आज की ठण्ड देखते हुए लगता है, जिनकी शादी हो गयी है वो बधाई के पात्र हैं, और जिनकी नहीं हुई वो रजाई के पात्र हैं।

• दिल्ली में इतना अधिक कोहरा है कि आज एक चोर ने महिला समझकर कुत्ते की चैन खींच ली!

• क्यों किसी की याद में रोया जाये; क्यों किसी के ख्यालों में खोया जाये; मेरा तो यही कहना है ऐ दोस्त; बाहर मौसम है ख़राब है, . . . . . . . . . क्यों ना रजाई ओढ़ के सोया जाये।

• ‘नहाना’ मेरी समझ से परे है – जिस शब्द के आगे ‘न’ है और पीछे ‘ना’ है, उस पर हाँ करवाने पर ये दुनिया क्यों तुली है।

• ठण्ड की बात तो कुछ ऐसी है, कि अगर ‘WhatsApp’ पर भी कोई लिख दे “Cool” तो भी बर्दाश्त नहीं होता।


• दिल की धड़कन रुक सी गई है; सांसे मेरी थम सी गई हैं; पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला; सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई हैं।

• सर्दी के लिए खास टिप्स: सुबह-सुबह सोकर उठो तो बीवी पर एक लोटा ठंडा पानी डाल दो,    उसके बाद वो उठकर आपको ऐसा गरम करेगी कि पूरे दिन भर ठंढ नहीं लगेगी।

• आ जा अभी सर्दी का मौसम नहीं गुजरा; पहाड़ों पर अभी भी बर्फ़ जमी है; सब कुछ तो है मेरे पास; सिर्फ एक तेरी ही कमी है।

• चिलगोज़ी की खुश्बू, मूंगफली की बहार; सर्दी का मौसम आने को बेक़रार; थोड़ी सी मस्ती थोडा सा प्यार; मफलर, स्वेटर रखो तैयार; हैप्पी विंटर सीजन मेरे यार।

• वो आज भी सर्दी में ठिठुर रही है दोस्तों; मैंने एक बार बस इतना कहा कि; “स्वेटर के बिना कैटरीना लगती हो।”

• दो बार लिप्स पे; 2 बार गाल पे; 2 बार माथे पे; 2 बार आँखों पे; चुंबन उम्बन (Kiss wiss) नहीं ओए; कोल्ड क्रीम जरूर लगाना सर्दी आ गई है न। हैप्पी सर्दी!

• हल्की सर्दी का ज़माना है; मौसम भी सुहाना है; 1-2 प्यारे sms तो कर दो; क्या बैलेंस को अगले जन्म तक चलाना है।

• ऐसे मौसम में क्यों ना मयख़ाना सजाएँ; चाय तो वो पीते हैं, जिनके लीवर में दम नहीं होता।


• बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब ये घड़ी भी सर्दियों में; पाँच मिनट और सोने की सोचो तो, तीस मिनट आगे बढ़ जाती है।

• आज समय है रजाई का अविष्कार करने वाली महान आत्मा को शत-शत नमन करने का। कसम से कमाल की चीज बनाई है।

• वो आज भी सर्दी में ठिठुर रही है दोस्तों; मैंने एक बार बस इतना कह दिया कि, . . . . . . . . . . “स्वेटर के बिना कैटरीना लगती हो।”

• सर्दी से बचने का नुस्खा:  सुबह-सुबह सोकर उठो तो किसी के ऊपर एक लोटा ठंडा पानी डाल दो, उसके बाद वो उठकर आपको ऐसा गरम करेगा कि पूरे दिन भर ठंड नहीं लगेगी।

• रोये वो इस कदर उनकी लाश से लिपटकर कि लाश खुद उठ कर बोली, “ले तू मरजा पहले, . . . . . . उपर ही चढे जा रहा है इतनी गर्मी में।”

•अगर भीगने का इतना ही शौक है बारिश में तो देखो ना मेरी आँखों में; बारिश तो हर एक के लिए होती है; लेकिन ये आँखें सिर्फ तुम्हारे लिए बरसती हैं।


• ये मौसम भी कितना प्यार है; करती ये हवाएं कुछ इशारा है; जरा समझो इनके जज्बातों को; ये कह रही हैं किसी ने दिल से पुकारा है।

• उनका वादा है कि वो लौट आयेंगे; इसी उम्मीद पर हम जिये जायेंगे; ये इतंजार भी उन्ही की तरह प्यारा है; कर रहे थे कर रहे हैं और किये जायेंगे।

• बारिश के मौसम में क्या आपका दिल मचलता है; क्या पानी में भीगने का भी आपका दिल करता है; इसमें आपकी गलती नहीं है; इस मौसम में हर मेंढक ऐसे ही फुदकता है।
• बारिश रिमझिम होनी चाहिए; जोर से तो सुसु भी आती है।

• सुबह-सुबह बारिश होने पर कौन क्या सोचता है? प्रेमी: पक्का आज डेट और भी रोमांटिक हो जायेगी। बच्चा: पक्का आज स्कूल से छुट्टी मिल जायेगी। पति: पक्का आज पकोड़े और चाय हो जायेगी। पत्नी: पक्का आज कामवाली बाई नहीं आयेगी और मेरी बैंड बज जायेगी।

• कोई रास्ता नहीं दुआ के सिवा; कोई सुनता नहीं खुदा के सिवा; मैंने भी जिंदगी को करीब से देखा है, ए दोस्त; गर्मी में कोई साथ नहीं देता… . . . . . AC के सिवा।

• इस भयानक गर्मी में अगर तुम्हें कोई ठंडी बियर पिला दे तो वो किसी मसीहा से कम नहीं, मरते दम तक उसका एहसान मत भूलना।

• कैसे लोग हो यार, मंत्री की डिग्री कम हो तो परेशान रहते हो, सूर्य की डिग्री ज्यादा हो तो भी परेशान ही रहते हो।

• अब तो हद हो गयी, बिजली भी दवाई हो गई है। 2 घंटा सुबह नाश्ते से पहले, 2 घंटा दोपहर खाने के बाद, 2 घंटा रात सोने से पहले। शुभ गर्मी।


• लड़कियो को ‘हॉट’ बोल-बोल के बेमतलब सूर्य भगवान से पंगा ले लिया। अब वो पूछ रहे हैं कि अब बता ‘हॉट’ कौन?

• गर्मी की दोहरी ख़ुशी: 1. अपनी पत्नी मायके जाती है। 2. अपने मोहल्ले की पुरानी सहेली मायके में आती है। गर्मी के मौसम का आनंद मनाएं। शुभ गर्मी!